बलौदाबाजार/मुंडा – बलौदाबाजार विकासखण्ड अन्तर्गत आदर्श ग्राम पंचायत मुण्डा में लाखो रूपये की लागत से अधूरा बना मंगल भवन अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है, भ्रष्टाचार और अनियमितता के चलते भवन निर्माण अधूरा पड़ा है। वैसे तो सरकारी योजनाएं बड़ी मुश्किल से धरातल पर उतरती है, जो उतरती भी है, तो उसका बुरा हाल होता है, इसी तरह का हाल ग्राम पंचायत मुण्डा के आश्रित गांव ढनढनी का जहाँ तत्कालीन सरपंच थानुराम वर्मा व सचिव तीरथ कुमार पाठक की लापरवाही तथा निष्क्रियता के चलते चार साल से मंगल भवन का निर्माण काम अधूरा पड़ा है। वर्षो से अधूरा पड़ा निर्माणाधीन भवन अब धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील होते दिख रहा है।
उल्लेखनीय है कि आदर्श ग्राम पंचायत मुण्डा के आश्रित अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव ढनढनी में आदिम जाति विभाग से वर्ष 2017-18 में मंगल भवन के लिए 5 लाख की राशि स्वीकृत हुआ था। उक्त निर्माण कार्य ग्राम पंचायत को मिलने पर पूर्व सरपंच थानूराम वर्मा के द्वारा बनवाया जा रहा था। स्वीकृत हुए 5 लाख रूपये की राशि में से 4 लाख रूपये की राशि भुगतान होने के बावजूद पूर्व सरपंच थानूराम के द्वारा मंगल भवन को छत लेंटर तक बनाकर अधूरा छोड़ दिया गया है। भवन में दरवाजा, खिड़की, टाईल्स, लाईट, प्लास्टर कार्य सहित अन्य काम अधूरा पड़ा है। ढनढनी के ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच सचिव पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत द्वारा पैसे का आहरण भी कर लिया गया है, लेकिन निर्माण कार्य को अधूरा छोड़ दिया गया है। जिससे गांव वालो को लाखो रूपये की लागत से बनी भवन का लाभ नहीं मिल पा रहा। वहीं कुछ असामाजिक तत्व के लोगों द्वारा उक्त भवन को तोड़ दिया जा रहा है। शेष 1 लाख रूपये से उक्त अधूरे पड़े भवन का निर्माण कार्य होना संभव नहीं है। पूर्व सरपंच के द्वारा कराये गए काम से अधिक की राशि निकाल लेने के बावजूद अधूरा पड़े मंगल भवन को पूरा नहीं किया जा रहा है। वही, जिम्मेदार अधिकारी ऐसे लापरवाह सरपंच पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है, जिसकी वजह से लापरवाह सरपंच कार्य में रूचि लेना मुनासिब नहीं समझ रहे है।
क्या कहते है जिम्मेदार
हाल ही में प्रभार लिया हूॅ, फाइल देखकर की कुछ बता सकता हूॅू।
गोपी वर्मा, इंजिनियर
जनपद पंचायत बलौदाबाजार
अधूरे पड़े भवन को लेकर एसडीओ को मौखिक में इसकी जानकारी बहुत पहले ही दे दिया गया है।
सुमित्रा संतोष वर्मा, सरपंच
ग्राम पंचायत मुण्डा