ग्रामीणों की मांग और शिकायत दोनों हुई नाकाम।
नमामि गंगा योजना कारगर नहीं धरातल में स्पष्ट रूप से नहीं दिख रहा है।
अनूपपुर । ग्राम पंचायत केल्हौरी अंतर्गत पंचायत परिसर में लगे ओवरहेड टैंक एवं दो अलग से निर्माणाधीन पंप हाउस पाइपलाइन होने के बावजूद भी वहां के बाशिंदों को पीने के पानी के एक-एक बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है। ग्रामीणों के द्वारा इस समस्या को लेकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 में भी अपनी-अपनी शिकायतें दर्ज की गई किंतु पंचायत के जिम्मेदार जिनके कानों में इस भीषण समस्या को लेकर जूं तक नहीं रेंगती
शासन के द्वारा जनता की सेवा के लिए और शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वयन में लाने के लिए सचिव जैसे जिम्मेदार व्यक्ति को नियुक्त किया जाता है उनके द्वारा पंचायत में अपनी उपस्थिति दर्ज न कर कई दिनों तक नदारत रहते इसके अलावा पंचायत कार्यालय में नियुक्त रोजगार सहायक मूकदर्शक की भूमिका का निर्वहन करता है जिसका कहना है कि मैं कुछ नहीं कर सकता सिर्फ कार्यालय में बैठकर कुर्सियां तोड़ता है जन प्रतिनिधि होने के कारण जनता के द्वारा काफी उम्मीद के साथ सरपंच पद के लिए चुने जाने वाले जनप्रतिनिधि चुनाव के दौरान तो ऐसी ऐसी बातें जनता की कानों में गूंजते हैं और जैसे ही चुनावी प्रक्रिया पूर्ण होकर परिणाम घोषित होते हैं और सरपंच पद पर पदासीन होकर जनता के हित में विकास कार्यों को लेकर अगर निष्क्रियता देखनी है तो ग्राम पंचायत केल्हौरी सरपंच उसका पर्याय है जिनके द्वारा पंचायत कार्यालय में अपनी उपस्थिति तक दर्ज नहीं करते और ग्रामीण जनों से नजरे छुपाते रहते हैं।
गर्मी की तपन और प्यासे हुए कंठ पेयजल के इंतजार में महीनो और साल निकल गए किंतु पेयजल की समस्या से निजात नहीं मिल पाया। जबकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा जल संवर्धन एवं जल संरक्षण को लेकर नमामि गंगा योजना जिसके माध्यम से जलो को संरक्षित करने के लिए बरसात से पूर्व ताल, तलैया एवं तालाबों के साथ सफाई के साथ उन्हें स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए निरंतर प्रयास जारी है किंतु कुछ तथा कथित जनप्रतिनिधियों के द्वारा तालाबों में झाड़ू मार कर इस योजना को पलीता लगा रहे हैं जिसके कारण शासन के द्वारा प्रदत्त की जाने वाली लाखों रुपए को हजम करने के फिराक में सिर्फ और सिर्फ सोशल मीडिया साइट्स पर सेल्फी लेते हुए वाह वाही लेने का प्रयास जारी है वास्तविकता तो यह है कि जमीनी स्तर पर इनके द्वारा इस योजना के अंतर्गत कारगर उपाय नहीं किए जा रहे हैं। या फिर कहां जाए तो मध्य प्रदेश शासन द्वारा संचालित की गई है नमामि गंगे योजना धरातल में स्पष्ट रूप से ग्राम पंचायत केल्हौरी में दिखाई नहीं दे रहा है।