विश्व के सात शीर्ष औद्योगिक देशों के समूह जी-7 ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूरोपीय संघ और चीन के साथ मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की है।
जर्मनी की स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पाह्न ने कहा कि इस संक्रमण से निपटने में अलग-अलग प्रयास कारगर नहीं होंगे। जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रियों की आज बैठक होने की आशा है। वे यात्रा नियमन, एहतियाती उपायों और इस वायरस के बारे में आगे अनुसंधान के प्रयासों में समन्वय की कोशिश करेंगे।
कोरोना वायरस से अब तक चीन के मुख्य इलाके में लगभग 20 हजार पांच सौ और मुख्य इलाके से बाहर 192 लोग संक्रमित हैं। अब तक चीन में 427 लोगों की और चीन से बाहर दो व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
632 लोगों अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। चीन के हुबई प्रांत में एक हजार बिस्तरों के नए अस्पताल ने कल से रोगियों की भर्ती शुरू कर दी है। चीनी सेना की चिकित्सा टीम इस अस्पताल का प्रबंधन कर रही है।
पेइचिंग के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा है कि ये वायरस उन लोगों के माध्यम से भी फैल सकता है जिसमें इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। चीन के राष्ट्रपति षी जिनपिंग स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और अधिकारियों को निर्देश दिया जा रहा है कि वे इस संक्रमण से निपटने को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
पेइचिंग में प्रसार भारती के विशेष संवाददाता ने बताया है कि बढ़ते वैश्विक प्रयासों और अमरीका तथा चीन की बातचीत के बाद चीन इस वायरस से निपटने और इस संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन के शोध अभियान में अमरीकी विशेषज्ञों को शामिल करने के प्रस्ताव पर सहमत हो गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने कल कहा था कि नोवेल कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के प्रयासों के दौरान अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं और व्यापार पर रोक लगाना अनुचित है।
उन्होंने यह भी कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वायरस के बारे में दी जा रही भ्रामक सूचनाओं से निपटने के लिए सर्च इंजन गूगल के साथ काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व स्तर पर इस वायरस से निपटने के लिए नई और बेहतर प्रणाली की जरूरत है।
चीन के बाद हांगकांग ऐसा दूसरा स्थान है, जहां कोरोना वायरस से एक पीड़ित की मृत्यु हुई है। हांगकांग में अभी 17 लोगों में कोरोना वायरस के जीवाणु की पुष्टि हुई है, जिसमें से अधिकांश मुख्य भूमि में संक्रमित हुए थे। इस वायरस के फैलने से रोकने के लिए हांगकांग ने मुख्य भूमि चीन के साथ जोड़ने वाले, दो मार्गों को छोड़कर अन्य सभी मार्गों को बंद कर दिया है।
(साभार : news on AIR)