✍️ जैसा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के समस्त पाठकों को विदित है कि इन दिनों जशपुर जिले के धर्मनगरी बगीचा में “श्रीमद् शिवमहापुराण कथा” का भव्य आयोजन निरंतर गतिशील है !धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं एवं शिवभक्तों को आयोजन में भारतवर्ष के प्रसिद्ध कथावाचक डॉ आचार्य श्री अमर बाजपेयी जी के श्री मुख से कथा श्रवण करने का सौभाग्य मिला है, प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु कथा में सम्मिलित होकर पुण्य के भागीदार बन रहे हैं !विगत दिवस आचार्य श्री के द्वारा देवर्षि नारदजी के जीवन वृत्त का जिवंत चित्रण किया गया कि किस प्रकार से नारद जी ने अपने तपस्या और त्याग की शक्ति से काम, मोह और माया पर विजय श्री की प्राप्ति की थी जिनकी प्रशंसा स्वयं देवराज इंद्र एवं समस्त देवगणों ने की थी !देवगणों की प्रशंसा सुन देवर्षि नारद जी अंहकार से भर गए जिसके कारण उन्हें पश्चाताप के मार्ग पर चलना पड़ा !ठीक उसी प्रकार से “आचार्य श्री’ ने धनपति कुबेर जी के पुर्व चरित्र का वर्णन कर श्रद्धालुओं एवं भक्तों को पाप और पुण्य के बीच की धुरी का ज्ञान कराया !श्रीमद् शिवमहापुराण कथा श्रवण के साथ ही श्रद्धालुओं को वृंदावन से आए कलाकारों के द्वारा विभिन्न प्रकार की धार्मिक जानकारियां भी झांकियों के माध्यम से दी जा रहीं हैं !कार्यक्रम आयोजकों से मिली जानकारी के अनुसार आज अर्थात दिनांक 23/05/2024 दिन गुरुवार को संध्याकालीन प्रवचन में आचार्य श्री डॉ अमर बाजपेयी जी “संध्या देवी की कथा एवं सती चरित्र” का वर्णन करने वाले हैं !श्री शिवमहापुराण कथा आयोजन कर्ता शिवभक्तों के द्वारा समस्त प्रदेश वासियों को पुनः आयोजन में शामिल होकर पुण्य के भागीदार बनने की विनती की गई है !